Wednesday, December 10, 2008

मौसी की फूली हुई चूत

बात उस समय की है जब मैं २४ साल का था। मैं अपनी मौसी के लड़के की शादी में गया था वहां पर मेरे दूर के रिश्ते की मौसी आयी हुई थी बहुत ही खूबसूरत थी वो। उनके बूब्स काफ़ी बड़े थे। वो मुझे बहुत अच्छी लग रही थी। काले रंग के ब्लाउज़ से उनकी चूची बाहर आ रही थी। मैं उनके भरे हुए शरीर से खेलना चाहता था। उनके हाव भाव से लग रहा था कि वो भी मेरी तरफ़ अकार्षित हो रहीं थी। खैर आप लोगों को ज्यादा बोर नहीं करूंगा और मैं आगे कहानी बताता हूं। बारात में सभी लोग अपने अपने काम में व्यस्त थे। सरदी की रात थी सभी लोग एक साथ लेटे हुए थे, ज्यादा खाट न होने के कारण सभी लोग जमीन पर लेटे हुए थे मैं भी एक उचित स्थान देखकेर लेट गया मेरे बगल में वहीं दूर के रिश्ते की मौसी लेटी हुई थीं मैने उस समय तो ध्यान नहीं दिया पेर रात में जब मैं पेशाब के लिये उठा तो उनकी साड़ी और पेटीकोट उनके घुटनो के ऊपर चढ़ गया था उनकी चिकनी जांघें शीशे की तरह चमक रही थी। मुझसे रहा नहीं गया मैने धीरे से उनकी जांघों पर हाथ रखा उन्होने कुछ नही कहा मेरी हिम्मत और बढ़ी मैने उनकी साड़ी और पेटीकोट ऊपर खिसका दिया चूंकि कमरे में अंधेरा था इसलिये मेरी इस हरकत का किसी को पता नहीं चल पा रहा था।
मुझे ऐसा लग रहा था कि वो भी मेरी इस हरकत का मजा ले रही हैं। मैने उनकी साड़ी और पेटीकोट उनकी कमर तक खिसका दिया। ओह माई गोड उनकी होंठों तक फूली हुई बुर मेरे हाथों में थी उनकी बुर से थोड़ा थोड़ा पानी निकल रहा था मैने उनकी शेव्ड बुर पर हाथ फेरना चालू कर दिया उन्होने कुछ नहीं कहा बल्कि वो सीधी लेट गई जिससे उनकी बुर पूरी तरह से खुल कर मेरे सामने आ गई मैने उनकी जांघों को चूमते हुए उनकी गरम बुर पर अपने होंथ लगा दिये वो अब तड़प उठीं उन्होने धीरे धीरे आवाज़ निकालना चालु कर दिया था वो मेरे सर को सहला रही थी मैने जी भरकर उनको बुर को चाटा और अपनी जीभ से चोदा वो भी अपनी गांड उठा उठा कर मेरा सहयोग कर रही थी। उनकी बुर से नमकीन पानी निकल रहा था वो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मैने करीब आधे घंटे उनकी बुर को चाटा बाद में उनकी चुदाई कैसे की ये मैं अगले पार्ट में लिखुंगा मेरी कहानी कैसी लगी जरूर लिखना।

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